"डिजिटल वेलनेस" पर ऑनलाइन प्रशिक्षण
आज के तकनीक-संचालित समाज में, डिजिटल वेलनेस के बारे में जागरूकता पैदा करना हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है और हमें प्रौद्योगिकी के साथ संतुलित संबंध बनाए रखने में मदद करता है, जिससे एक स्वस्थ और अधिक सामंजस्यपूर्ण भविष्य को बढ़ावा मिलता है। डिजिटल वेलनेस का तात्पर्य स्क्रीन उपयोग के समय को विनियमित करने, डिजिटल उपकरणों से नियमित रूप से विराम लेने और डिजिटल संपर्क हमारे समग्र कल्याण को कैसे प्रभावित करता है, इसके बारे में जागरूक होकर डिजिटल उपकरणों का सावधानीपूर्वक और संतुलित उपयोग है। यह प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए एक विचारशील दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करता है, ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों के बीच संतुलन सुनिश्चित करता है, साथ ही गोपनीयता की रक्षा करता है और डिजिटल अधिभार के प्रभावों का प्रबंधन करता है। इन सिद्धांतों को अपनाकर, व्यक्ति डिजिटल उपकरणों के उपयोग से होने वाले आंखों के तनाव, खराब मुद्रा और चिंता और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को रोक सकते हैं, साथ ही बेहतर नींद, स्वस्थकर संबंधों और समग्र शारीरिक कल्याण को भी बढ़ावा दे सकते हैं। डिजिटल वेलनेस पर ध्यान देना तनाव को कम करने, एकाग्रता में सुधार करने और लंबे समय तक स्क्रीन उपयोग के समय और निरंतर इससे जुड़े रहने के प्रतिकूल प्रभावों को कम करके स्वस्थ शारीरिक आदतों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बेहतर समय प्रबंधन में योगदान देता है, कार्य उत्पादन क्षमता को बढ़ाता है और व्यक्तिगत डेटा और गोपनीयता की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
जैसे-जैसे हम लगातार विकसित हो रहे डिजिटल परिदृश्य में आगे बढ़ रहे हैं, डिजिटल वेलनेस को अपनाना एक स्वस्थ, अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ दुनिया के निर्माण के लिए मौलिक है। शिक्षा को बढ़ाने और डिजिटल वेलनेस के बारे में जागरूकता फैलाने से विद्यार्थियों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों को उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करके काफी लाभ होगा। यह सक्रिय दृष्टिकोण विकर्षणों को कम करने, व्यसन की समस्याओं को दूर करने और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने में मदद करता है, जिससे मानसिक कल्याण में वृद्धि होती है। इसके अलावा, यह स्वस्थ निद्रा अभ्यासों का समर्थन करता है, अच्छी मुद्रा को प्रोत्साहित करता है, और ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों को संतुलित करता है, जिससे समग्र शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
इसके अलावा, प्रतिभागियों को कोलैब जियो टूल और गूगल क्लासरूम जैसे अत्याधुनिक उपकरणों के एकीकरण से अमूल्य जानकारी का लाभ प्राप्त होगा, जिससे उनकी विशिष्टताओं और संवादमूलक शिक्षण अनुभवों के सर्जन की क्षमता में वृद्धि होगी। साथ ही, हमें एक नए टिकटिंग टूल को आपके समक्ष प्रस्तुत करते हुए हर्ष का अनुभव हो रहा है, जो शिक्षकों और छात्रों को DIKSHA प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करने और शिक्षण/अधिगम के दौरान आने वाली समस्याओं या प्रश्नों के तुरंत समाधान करने में सक्षम बनाता है। खोज और सशक्तिकरण की इस यात्रा में हमारे सहभागी बनें और शिक्षकों को आज के शैक्षिक परिदृश्य में सफल होने के लिए आवश्यक संसाधनों और ज्ञान से सशक्त बनाएं।
जुलाई, 2024 माह के लिए 'साइबर सुरक्षा और बचाव' पर ऑनलाइन प्रशिक्षण श्रृंखला के एक भाग के रूप में, सीआईईटी-एनसीईआरटी शिक्षकों, विद्यार्थियों, शिक्षक प्रशिक्षकों, अधिकारियों और विभिन्न हितधारकों की समझ को बढ़ाने के लिए 1 से 5 जुलाई, 2024 तक अंग्रेजी संस्करण में और 8 से 12 जुलाई, 2024 तक हिंदी संस्करण में "डिजिटल वेलनेस" पर पांच घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित कर रहा है। इस ऑनलाइन प्रशिक्षण का सीधा प्रसारण एनसीईआरटी यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/c/NCERTOFFICIAL पर किया जाएगा साथ ही इसका सीधा प्रसारण #6-12 नंबर वाले PMeVidya DTH टीवी चैनल और Jio TV मोबाइल ऐप के माध्यम से भी प्रसारित किया जाएगा।
उद्देश्य:
प्रशिक्षण श्रृंखला पूरी होने के बाद, शिक्षार्थी निम्न बातों में सक्षम होंगे:
- डिजिटल वेलनेस से जुड़ी नीतियों और दृष्टिकोणों को समझना।
- डिजिटल वेलनेस के महत्व को पहचानना।
- डिजिटल वेलनेस के विभिन्न घटकों को आत्मसात करना।
- डिजिटल व्यसनों के प्रबंधन के तरीकों की पहचान करना।
- डिजिटल क्षेत्र में स्वास्थ्य और कल्याण बनाए रखने के लिए अभ्यासों का वर्णन करना।
- डिजिटल वेलनेस को बढ़ावा देने में विभिन्न हितधारकों की जिम्मेदारियों को समझना।
कौन भाग ले सकता है?
विद्यार्थी, शिक्षक, शिक्षक प्रशिक्षक, अभिभावक, प्रशासक और वे सभी लोग जो इसमें रुचि रखते हैं।
कार्यक्रम अनुसूची:
दिन व तिथि | सत्र का शीर्षक | विशेषज्ञ | बैनर लिंक | प्रस्तुति लिंक | विडियो लिंक |
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दिन 1: सोमवार 08 जुलाई 2024 |
डिजिटल वेलनेस - एक सिंहावलोकन |
डॉ. यतनपाल सिंह बल्हारा, आचार्य, मनोचिकित्सा, एम्स, नई दिल्ली। |
Day 1 | Presentation_Day 1 | Video |
दिन 2: मंगलवार 09 जुलाई 2024 |
डिजिटल वेलनेस को प्रभावित करने वाले कारक |
डॉ. श्रेया शुक्ला, डीएम (व्यसन मनोचिकित्सा) रेजिडेंट, एम्स, नई दिल्ली |
Day 2 | Presentation_Day 2 |
Video
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दिन 3: बुधवार 10 जुलाई 2024 |
डिजिटल क्षेत्र में शारीरिक कल्याण सुनिश्चित करना |
डॉ. दिपाली नेगी, डीएम (व्यसन मनोरोग) रेजिडेंट, एम्स, नई दिल्ली |
Day 3 | Presentation_Day 3 | Video |
दिन 4: गुरूवार 11 जुलाई 2024 |
डिजिटल क्षेत्र में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ |
श्रीमती. यशिता अहलूवालिया पीएचडी (नैदानिक मनोविज्ञान) विद्वान, एम्स, नई दिल्ली |
Day 4 | Presentation_Day 4 | Video |
दिन 5: शुक्रवार 12 जुलाई 2024 |
डिजिटल क्षेत्र में मानसिक कल्याण सुनिश्चित करना | सुश्री अलीशा अरोड़ा सहायक आचार्या, क्लिनिकल मनोविज्ञान, सीआईपी, रांची | Day 5 | Presentation_Day 5 | Video |
आयोजक समूह: कार्यक्रम सलाहकार:
प्रो. अमरेंद्र प्र बेहेरा, संयुक्त निदेशक, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। कार्यक्रम समन्वयक एवं पाठ्यक्रम समन्वयक: डॉ. एंजेल रत्नाबाई, सहायक आचार्य, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। तकनीकी समन्वयक: सुश्री सेजल बेनीवाल, जूनियर प्रोजेक्ट फेलो, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। |
कैसे भाग लें?
चरण 1 : पंजीकरण:
लिंक पर क्लिक करके अपना पंजीकरण करें- https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfahhKfBuQ2KIrQOM7dnfS09RTqPPkDSz8a628KjLYIu6E4CA/viewform?usp=sf_link या QR कोड स्कैन करें -
चरण 2: लाइव सत्र देखें और विषय के बारे में जानें: प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना होगा, जिसे एनसीईआरटी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल http://youtube.com/ncertofficial पर 8, जुलाई से 12, जुलाई 2024 तक शाम 4:00 बजे से 5:00 बजे अपराह्न (सोमवार से शुक्रवार) तक सीधे प्रसारित किया जाएगा। सत्र का निम्नलिखित माध्यमों पर भी सीधा प्रसारण किया जाएगा:
- पीएम ईविद्या चैनल #6-12
- डीडी फ्री डिश चैनल
- डिश टीवी चैनल #2027-2033
- Jio टीवी मोबाइल ऐप
https://www.youtube.com/playlist?list=PLcsj1x9n9h4jaq4Zavel7HoO5UwJXocjk
चरण 3: ऑनलाइन पाठ्यक्रम में नामांकन करें, सत्रोत्तर गतिविधि में भाग लें और प्रमाण पत्र प्राप्त करें:
जो लोग प्रमाणपत्र प्राप्त करने में रुचि रखते हैं, उन्हें निम्नलिखित कार्य करने होंगे:
- दीक्षा पोर्टल पर प्रारंभ होने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम से जुड़ें।
पाठ्यक्रम लिंक: https://diksha.gov.in/explore-course/course/do_3140964862002954241506
यह पाठ्यक्रम 30 मार्च, 2025 तक चलेगा। - पाठ्यक्रम में शामिल हों और सभी पांच वीडियो देखें।
- अंतिम मूल्यांकन में भाग लें। आप केवल तीन बार मूल्यांकन का प्रयास कर सकते हैं।
- यदि आप अंतिम मूल्यांकन में 70% या उससे अधिक अंक प्राप्त करते हैं तो आप अपने दीक्षा प्रोफ़ाइल पृष्ठ से ही अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। प्रमाण पत्र मिलने में 15-20 दिन का समय लग सकता है।
- यदि पोर्टल में कोई समस्या है तो दीक्षा पोर्टल पर शिक्षक सहायता में अपनी शिकायत दर्ज कराएँ
चरण 4: अपनी प्रतिक्रिया दें: -
लिंक या QR कोड का उपयोग करके अपनी प्रतिक्रिया दें -
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSf7cgLx56DYy6RZK_5rMiyp6IVx1-NkY_h6AuHyNTNgJe5t5Q/viewform?usp=sf_link
या QR कोड स्कैन करके -
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