"सोशल मीडिया सुरक्षा और कल्याण" पर ऑनलाइन प्रशिक्षण
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 स्कूल पाठ्यक्रम में साइबर सुरक्षा शिक्षा पर विशेष ध्यान देती है, ताकि छात्रों को सुरक्षित और जिम्मेदारी से इंटरनेट का उपयोग करना सिखाया जा सके। आज के डिजिटल युग में, सोशल मीडिया हमारे रोजमर्रा के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यह संवाद, सहयोग और स्वयं को व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। हालांकि, जैसे-जैसे ऑनलाइन बातचीत बढ़ रही है, खासकर बच्चों और युवाओं के लिए, सुरक्षा और भलाई के खतरों का भी सामना करना पड़ता है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म उपयोगकर्ताओं को गोपनीयता के उल्लंघन, साइबरबुलिंग, पहचान की चोरी और हानिकारक सामग्री के जोखिम में डाल सकते हैं। इन खतरों को समझना और उनसे बचने के उपाय करना ज़रूरी है, जैसे कि गोपनीयता सेटिंग्स का सही उपयोग, व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचना और यह सुनिश्चित करना कि ऑनलाइन बातचीत सुरक्षित और सम्मानजनक हो। माता-पिता, शिक्षकों और अभिभावकों की ज़िम्मेदारी है कि वे बच्चों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रूप से चलना सिखाएं और इन प्लेटफार्मों का जिम्मेदारी से उपयोग करने में मदद करें।
सोशल मीडिया का उपयोग करते समय सुरक्षा के साथ-साथ मानसिक और भावनात्मक सेहत का ख्याल रखना भी बहुत ज़रूरी है। लगातार सोशल मीडिया पर दिखने वाली चुनी हुई सामग्री से युवा लोग खुद की दूसरों से अस्वस्थ तुलना करने लगते हैं, जिससे उन्हें सामाजिक चिंता और कभी-कभी डिप्रेशन हो सकता है। इसलिए, सोशल मीडिया का संतुलित तरीके से उपयोग करना जरूरी है। इसके लिए बीच-बीच में ब्रेक लेना, सकारात्मक और प्रेरणादायक चीज़ें देखना और मानसिक सेहत के प्रति जागरूक रहना चाहिए। साथ ही, लोगों को साइबरबुलिंग, गलत जानकारी और खराब ऑनलाइन व्यवहार को पहचानने और रिपोर्ट करने का तरीका सिखाना चाहिए। इस तरह, एक अच्छा डिजिटल माहौल बनाकर लोग सोशल मीडिया का फायदा ले सकते हैं और साथ ही अपनी मानसिक सेहत और गोपनीयता की भी सुरक्षा कर सकते हैं।
इसको समझने के लिए, सीआईईटी, एनसीईआरटी ने "साइबर पीस फाउंडेशन" (Cyber Peace Foundation) के साथ मिलकर हर महीने 'साइबर सुरक्षा और संरक्षा' के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अलग-अलग लोगों के बीच प्रशिक्षण सत्रों की एक शृंखला शुरू की है। अक्टूबर 2024 के लिए, 30 सितंबर से 4 अक्टूबर 2024 तक अंग्रेजी में और 7 अक्टूबर से 11 अक्टूबर 2024 तक हिंदी में, शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे तक "सोशल मीडिया सुरक्षा और कल्याण" पर 5 घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण एनसीईआरटी के यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/c/NCERTOFFICIAL पर लाइव दिखाया जाएगा और इसे पीएम ईविद्या डीटीएच टीवी चैनलों (चैनल संख्या #6-12) और जियो टीवी मोबाइल ऐप पर भी देखा जा सकेगा।
उद्देश्य:
इस प्रशिक्षण श्रृंखला के पूर्ण होने के बाद, शिक्षार्थी निम्नलिखित को समझने में सक्षम होंगे :
- विभिन्न आयु समूहों में सोशल मीडिया की भूमिका, लाभ और जोखिमों को समझना।
- सोशल मीडिया युवाओं पर कैसे असर डालता है और प्रसिद्ध प्लेटफार्मों के खतरे क्या हैं, इसे समझना।
- सामान्य और उभरते हुए सोशल मीडिया खतरों की पहचान करना और उनका समाधान करना।
- जिम्मेदार और नैतिक डिजिटल उपयोग के लिए मीडिया साक्षरता कौशल का विकास करना।
- मानसिक स्वास्थ्य और स्क्रीन समय पर सोशल मीडिया के प्रभावों का प्रबंधन करना।
- सोशल मीडिया से संबंधित समस्याओं के शिकार व्यक्तियों के लिए सहायता प्रणाली स्थापित करना।
कौन भाग ले सकता है?
छात्र, शिक्षक, शिक्षक प्रशिक्षक, अभिभावक, प्रशासक और वे सभी जो उपरोक्त कार्यक्रम में रुचि रखते हैं।
कार्यक्रम अनुसूची:
दिन व तिथि | सत्र का शीर्षक | विशेषज्ञ | बैनर लिंक | प्रस्तुति लिंक | विडियो लिंक |
---|---|---|---|---|---|
दिन 1: सोमवार, 7 अक्टूबर, 2024 |
सोशल मीडिया का परिचय - भूमिका, लाभ और खतरे |
सुश्री अनिंदिता मिश्रा, वरिष्ठ सलाहकार साइबरपीस फाउंडेशन, नई दिल्ली |
Day 1 | Presentation_Day 1 | Video |
दिन 2: मंगलवार, 8 अक्टूबर, 2024 |
युवा और सोशल मीडिया |
सुश्री स्वाति अरोड़ा, प्रोजेक्ट मैनेजर, साइबरपीस |
Day 2 | Presentation_Day 2 | Video |
दिन 3: बुधवार, 9 अक्टूबर, 2024 |
सोशल मीडिया के खतरों को पहचानना और उनसे निपटना |
सुश्री अनिंदिता मिश्रा, वरिष्ठ सलाहकार साइबरपीस फाउंडेशन, नई दिल्ली |
Day 3 | Presentation_Day 3 | Video |
दिन 4: गुरुवार, 10 अक्टूबर, 2024 |
मीडिया साक्षरता कौशल विकसित करना |
सुश्री बिंदु चौधरी, वरिष्ठ सरकारी विद्यालय शिक्षिका और स्वयंसेवी प्रशिक्षक - साइबरपीस कॉर्प्स |
Day 4 | Presentation_Day 4 | Video |
दिन 5: शुक्रवार, 11 अक्टूबर, 2024 |
मानसिक स्वास्थ्य और सोशल मीडिया |
डॉ. राजेश सागर प्रोफेसर (मनोचिकित्सा) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) नई दिल्ली |
Day 5 | Presentation_Day 5 | Video |
आयोजक समूह: कार्यक्रम सलाहकार:
प्रो. अमरेन्द्र प्रसाद बेहेरा, संयुक्त निदेशक, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। पाठ्यक्रम समन्वयक एवं कार्यक्रम समन्वयक: डॉ. एंजेल रत्नाबाई, सहायक आचार्य, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। तकनीकी समन्वयक: सुश्री सेजल बेनीवाल, जूनियर प्रोजेक्ट फेलो, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। |
कैसे भाग लें?
चरण 1 : पंजीकरण :
खुद को पंजीकृत करने के लिए इस लिंक का उपयोग करें : https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLScl8yU5gjpVXKlZn5tGA3HltQTcVAqEbAeWf9k81Gb0plJH0Q/viewform?usp=sf_link
या नीचे दिए गए QR कोड को स्कैन करके पंजीकरण करें :
चरण 2 : सीधा प्रसारण सत्र देखें और विषय के बारे में जानें : प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना होगा, जिसका एनसीईआरटी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल - http://youtube.com/ncertofficial पर सीधा प्रसारण 07 - 11 अक्टूबर, 2024 को शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे (सोमवार से शुक्रवार) तक किया जाएगा। सत्र का सीधा प्रसारण निम्नलिखित चैनलों पर भी किया जाएगा :
- PM eVIDYA चैनल #6-12
- DD Free Dish चैनल
- DISH TV चैनल #2027-2033
- Jio TV मोबाइल ऐप
यदि आप लाइव सत्र में शामिल नहीं हो सके, तो आप दिए गए प्लेलिस्ट लिंक के माध्यम से रिकॉर्डिंग देख सकते हैं:
https://www.youtube.com/playlist?list=PLcsj1x9n9h4itO5OQemSRjmkOE5eB2u5T
चरण 3 : ऑनलाइन पाठ्यक्रम में नामांकन करें, सत्रोत्तर गतिविधि में भाग लें और प्रमाण पत्र प्राप्त करें :
यदि आप प्रमाण-पत्र प्राप्त करने में रुचि रखते हैं, तो आपको निम्नलिखित कार्य करने होंगे :
- दीक्षा पोर्टल पर लॉन्च होने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम में शामिल हों।
पाठ्यक्रम लिंक: https://diksha.gov.in/explore-course/course/do_314160279245135872110937
यह कोर्स 30 मार्च, 2025 तक खुला रहेगा। - प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम में शामिल होना होगा, सभी पांचों वीडियो देखने होंगे।
- प्रतिभागियों को अंतिम मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। प्रतिभागी तीन बार मूल्यांकन का प्रयास कर सकते हैं।
- अंतिम मूल्यांकन में 70% और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र मिलेगा और वे अपने दीक्षा प्रोफ़ाइल पृष्ठ पर ही अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सर्टिफिकेट मिलने में 15-20 दिन का समय लग सकता है।
- यदि पोर्टल में कोई समस्या है, तो दीक्षा पोर्टल पर शिक्षक सहायता में अपनी शिकायत दर्ज करें।
चरण 4 : अपनी प्रतिक्रिया दें :
अपनी प्रतिक्रिया इस लिंक या नीचे दिए गए QR कोड का उपयोग करके दें:
प्रतिक्रिया फॉर्म:
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSfJ14thxMCE6vBi3RajByRft9QtFvHOErG3rj6-jWpUf8jiyA/viewform?usp=sf_link
इस फीडबैक फॉर्म का उद्देश्य ऑनलाइन प्रशिक्षण के बारे में आपके अनुभव, सीख और सुझाव जानना है। कृपया अपने अनुभव और सुझाव हमारे साथ साझा करें। इससे हमें वर्चुअल प्रशिक्षण प्रक्रिया को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। आपके जवाबों की गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी।
किसी भी जानकारी के लिए, यहां मेल करें: training.helpdesk@ciet.nic.in या कॉल करें: 8800440559.