
ऑनलाइन प्रशिक्षण
“सोशल मीडिया सुरक्षा”
डिजिटल प्रौद्योगिकियों, विशेष रूप से सोशल मीडिया, के तीव्र प्रसार ने संप्रेषण, शिक्षा और सार्वजनिक विमर्श के स्वरूपों को गहराई से परिवर्तित किया है। ये मंच जहाँ अभिव्यक्ति और सहयोग के अवसर प्रदान करते हैं, वहीं गोपनीयता, भ्रामक जानकारी और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर चुनौतियाँ भी उत्पन्न करते हैं। ऐसे में शैक्षिक और व्यावसायिक क्षेत्रों में सोशल मीडिया की सुरक्षा के प्रति एक सूक्ष्म और विवेकपूर्ण समझ विकसित करना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
“डिजिटल सार्वजनिक मंच: सोशल मीडिया की समझ और उसका प्रभाव” यह सत्र सोशल मीडिया की संरचना और उसके डिजिटल व्यवहार तथा सामाजिक मानदंडों पर प्रभाव की बुनियादी समझ प्रदान करेगा। इसमें यह रेखांकित किया जाएगा कि कैसे सोशल मीडिया सामग्री के साथ आलोचनात्मक रूप से जुड़ने और प्लेटफ़ॉर्म की कार्यप्रणाली को समझना आवश्यक है।
“गोपनीयता के मायने: व्यक्तिगत डेटा और डिजिटल पदचिह्न की सुरक्षा” यह सत्र डिजिटल निगरानी, सहमति, डेटा संरक्षण कानूनों और जुड़े डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में गोपनीयता बनाए रखने की रणनीतियों पर केंद्रित होगा। प्रतिभागियों को अत्यधिक जानकारी साझा करने के जोखिमों और असंरक्षित डिजिटल पहचान के दीर्घकालिक प्रभावों के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा।
“जोखिम और संकेत: साइबर खतरों व सोशल मीडिया पर ऑनलाइन हानियाँ” यह सत्र फ़िशिंग, साइबरबुलिंग, पहचान की चोरी और हानिकारक सामग्री के प्रसार जैसी उभरती डिजिटल चुनौतियों पर केंद्रित होगा। इसमें इन खतरों की पहचान, रोकथाम और रिपोर्टिंग तंत्र पर विशेष बल दिया जाएगा।
“सोच-समझकर साझा करें: नैतिकता, भ्रामक जानकारी और डिजिटल नागरिकता” यह सत्र सामग्री साझा करने की नैतिकता, गलत सूचना के प्रसार और प्रतिध्वनि कक्षों की प्रवृत्ति की पड़ताल करेगा। यह चर्चा ऑनलाइन सार्वजनिक मंच पर उत्तरदायी एवं जागरूक सहभागिता के महत्व को रेखांकित करेगी।
“साइबरपीस एम्बेसडर बनना: शिक्षक व छात्र – उपकरण, सुझाव और रिपोर्टिंग” यह समापन सत्र प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने हेतु व्यावहारिक उपकरण, शैक्षिक रणनीतियाँ और रिपोर्टिंग प्रोटोकॉल से सुसज्जित करेगा ताकि वे अपने समुदायों में सोशल मीडिया के जिम्मेदार उपयोग को प्रोत्साहित कर सकें।
इन विविध पहलुओं को संबोधित करने के उद्देश्य से, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी द्वारा साइबरपीस फ़ाउंडेशन (सीपीएफ़) के सहयोग से “सोशल मीडिया सुरक्षा” पर पाँच दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह पहल देशभर के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर सोशल मीडिया की संरचना, डेटा गोपनीयता, साइबर खतरों, नैतिक सहभागिता और डिजिटल नागरिकता से जुड़े प्रमुख मुद्दों की पड़ताल करती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की दृष्टि के अनुरूप यह कार्यक्रम शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच सुरक्षित, सूचित और उत्तरदायी ऑनलाइन व्यवहार को बढ़ावा देने का प्रयास है।
प्रशिक्षण दो संस्करणों में आयोजित किया जाएगा: अंग्रेज़ी संस्करण 2 से 6 जून 2025 तक और हिंदी संस्करण 9 से 13 जून 2025 तक, प्रतिदिन अपराह्न 4:00 बजे से 5:00 बजे तक। सभी सत्र सीआईईटी-एनसीईआरटी स्टूडियो से एनसीईआरटी के यूट्यूब चैनल, पीएम ई-विद्या डीटीएच टीवी चैनल (क्रमांक 6 से 12) और जियोटीवी मोबाइल ऐप पर लाइव प्रसारित किए जाएंगे। सभी सत्रों की रिकॉर्डिंग भी एक समर्पित प्लेलिस्ट के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी ताकि लचीलापन और सतत् अधिगम सुनिश्चित किया जा सके।
प्रशिक्षण के उद्देश्य:
प्रशिक्षण श्रृंखला पूर्ण होने के उपरांत, प्रतिभागी निम्नलिखित में सक्षम होंगे:
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के सामाजिक प्रभाव और प्रभाव क्षेत्र का विश्लेषण करना।
- व्यक्तिगत डेटा और डिजिटल पहचान की सुरक्षा हेतु रणनीतियाँ अपनाना।
- विभिन्न साइबर खतरों और ऑनलाइन हानियों की पहचान व समाधान करना।
- डिजिटल आचरण की नैतिकता को बढ़ावा देना और गलत जानकारी का प्रतिकार करना।
- एक शिक्षक और जागरूक डिजिटल नागरिक के रूप में साइबर-सुरक्षा को बढ़ावा देना।
कार्यक्रम अनुसूची:
दिन व तिथि | सत्र का शीर्षक | विशेषज्ञ | बैनर लिंक | प्रस्तुति लिंक | विडियो लिंक |
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दिन - 1: सोमवार 09 जून 2025 |
डिजिटल सार्वजनिक मंच: सोशल मीडिया और उसके प्रभाव को समझना | डॉ. श्रुति मंत्री, सीनियर एसोसिएट डायरेक्टर, इंस्टिट्यूट ऑफ डेटा साइंस, इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस (ISB), हैदराबाद, तेलंगाना | Day 1 | Presentation_Day 1 | Video |
दिन - 2: मंगलवार 10 जून 2025 |
गोपनीयता संबंधी मामले: व्यक्तिगत डेटा और डिजिटल फुटप्रिंट की सुरक्षा | डॉ. यतनपाल सिंह बल्हारा प्राध्यापक (मनोरोग विज्ञान) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) नई दिल्ली | Day 2 | Presentation_Day 2 | Video |
दिन - 3: बुधवार 11 जून 2025 |
जोखिम और खतरे: सोशल मीडिया पर साइबर खतरे और ऑनलाइन नुकसान | डॉ. राकेश महेश्वरी सलाहकार – साइबर क़ानून एवं प्रौद्योगिकी नीति (पूर्व वरिष्ठ निदेशक, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार) दिल्ली | Day 3 | Presentation_Day 3 | Video |
दिन - 4: गुरूवार 12 जून 2025 |
साझा करने से पूर्व विचार करें: नैतिक दायित्व, भ्रामक जानकारी और डिजिटल नागरिकता | -- | Day 4 | Presentation_Day 4 | Video |
दिन - 5: शुक्रवार 13 जून 2025 |
साइबरपीस एम्बेसडर शिक्षक और विद्यार्थी बनना: उपकरण, सुझाव और रिपोर्टिंग | -- | Day 5 | Presentation_Day 5 | Video |
आयोजक समूह: कार्यक्रम सलाहकार: प्रो. इंदु कुमार, विभाग प्रमुख-डीआईसीटी, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। कार्यक्रम समन्वयक एवं पाठ्यक्रम समन्वयक : डॉ. एंजल रत्नाबाई, एसोसिएट प्रोफेसर, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। तकनीकी समन्वयक: श्री गुरजीत सिंह, जूनियर प्रोजेक्ट फेलो, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। |
कैसे भाग लें?
चरण 1 : पंजीकरण:
प्रतिभागियों को निम्नलिखित लिंक या क्यूआर कोड का उपयोग करके पंजीकरण करना होगा - https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSe_rXaB-sk-Tzcy54shwEfCNjLRr6MpIyXdC9X3RsJZ9Xgo-Q/viewform?usp=dialog या QR कोड स्कैन करें -
चरण 2 : सीधा प्रसारण सत्र देखें और विषय के बारे में जानें :
प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना होगा, जिसका एनसीईआरटी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल - http://youtube.com/ncertofficial पर सीधा प्रसारण 09 से 13 जून 2025 को शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे (सोमवार से शुक्रवार) तक किया जाएगा। सत्र का सीधा प्रसारण निम्नलिखित चैनलों पर भी किया जाएगा :
- पीएम ईविद्या चैनल #6-12
- डीडी फ्री डिश चैनल
- डिश टीवी चैनल #2027-2033
- Jio टीवी मोबाइल ऐप
यदि आप किन्ही कारणों से लाइव सत्र नहीं देख पाते हैं, तो आप दिए गए प्लेलिस्ट लिंक का उपयोग करके रिकॉर्डिंग देख सकते हैं: https://youtube.com/playlist?list=PLcsj1x9n9h4ikuzQeIAxfVrxF8SdWCd6n&si=mx0Co_y2AlsQ-_Z6
चरण 3: ऑनलाइन पाठ्यक्रम में नामांकन करें, सत्रोत्तर गतिविधि में भाग लें और प्रमाण पत्र प्राप्त करें:
यदि आप प्रमाणपत्र प्राप्त करने में रुचि रखते हैं, तो आपको निम्नलिखित कार्य करना होगा:
- दीक्षा पोर्टल पर लॉन्च होने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम में शामिल हों। पाठ्यक्रम लिंक: https://learning.diksha.gov.in/diksha/course.php?id=718§ion=1646
यह कोर्स 15 मार्च , 2026 तक खुला रहेगा। - प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम में शामिल होना होगा, सभी पांचों वीडियो देखने होंगे।
- प्रतिभागियों को अंतिम मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। प्रतिभागी तीन बार मूल्यांकन का प्रयास कर सकते हैं।
- अंतिम मूल्यांकन में 70% और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र मिलेगा और वे अपने दीक्षा प्रोफ़ाइल पृष्ठ पर ही अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सर्टिफिकेट मिलने में 15-20 दिन का समय लग सकता है।
चरण 4 : अपनी प्रतिक्रिया दें :प्रतिभागियों से अपेक्षा की जाती है कि वे दिए गए लिंक या क्यूआर कोड का उपयोग करके फीडबैक प्रस्तुत करें -
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSehKhA_o_x5ZwVC7Q6P3IRfCupd3fGUOlxPfu4qz0GqmakmAg/viewform?usp=dialog
यह प्रतिक्रिया फॉर्म आपके अनुभवों, आपके सीखने और ऑनलाइन प्रशिक्षण के संबंध में सुझावों को जानने के लिए बनाया गया है। कृपया हमारे साथ अपने अनुभवों और सुझावों को साझा करें। यह हमें वर्चुअल प्रशिक्षण प्रक्रिया में और सुधार करने में मदद करेगा। आपकी प्रतिक्रियाओं की गोपनीयता सुनिश्चित रखी जाएगी।
किसी भी जानकारी के लिए, यहां मेल करें: training.helpdesk@ciet.nic.in या कॉल करें: 8800440559.