साइबर अपराध

Watermark of CIET LOGO

पाँच घंटे की प्रशिक्षण श्रृंखला

"साइबर अपराध"

डिजिटल तकनीकों के तेज़ी से विस्तार ने संचार, शासन और आर्थिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। हालांकि, इस प्रगति के साथ-साथ साइबर अपराध जैसी जटिल चुनौतियाँ भी सामने आई हैं, जो लगातार अधिक उन्नत और व्यापक होते जा रहे हैं। इस क्षेत्र की अवधारणा और नवीन रुझानों की समग्र समझ विकसित करना एक सुरक्षित और सशक्त डिजिटल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है। ऐसी जागरूकता व्यक्तियों और संस्थानों को सतर्क बनाए रखने तथा संभावित खतरों का प्रभावी ढंग से पूर्वानुमान लगाने में सक्षम बनाती है।

साइबर अपराध कई प्रकार के और लगातार जटिल होते रूपों में सामने आता है, जिसमें व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं, संगठनों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जाता है। इनमें वित्तीय धोखाधड़ी, पहचान की चोरी, साइबर स्टॉकिंग, रैनसमवेयर हमले और अन्य दुर्भावनापूर्ण गतिविधियाँ शामिल हो सकती हैं, जिनका उद्देश्य डिजिटल कमजोरियों का लाभ उठाना होता है। इन अपराधों की गहराई से समझ विकसित करना जोखिम कारकों की पहचान करने, रोकथाम के उपाय अपनाने और समुदायों में समग्र डिजिटल मजबूती बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक है।

साइबर अपराध से निपटने के लिए कानूनी और नियामक ढांचे की जानकारी होना भी महत्वपूर्ण है। जैसे सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं का ज्ञान व्यक्तियों को कानूनी व्यवस्था को आत्मविश्वास के साथ समझने और उसका पालन करने में मदद करता है। इसके अलावा, डिजिटल क्षेत्र में अनैतिक आचरण के कानूनी प्रभावों को समझना नैतिक व्यवहार के महत्व को भी रेखांकित करता है और एक सुरक्षित ऑनलाइन वातावरण बनाने के सामूहिक प्रयासों को मजबूत करता है।

सिर्फ रोकथाम ही नहीं, बल्कि साइबर घटनाओं पर प्रभावी प्रतिक्रिया देने की क्षमता भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। समय पर रिपोर्टिंग व्यवस्था और व्यवस्थित प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल नुकसान को कम करने और उचित कानूनी कार्रवाई को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आधिकारिक रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया की जानकारी होना व्यक्तियों और संस्थानों को साइबर खतरों से शीघ्र और संगठित रूप से निपटने के लिए तैयार करता है।

साइबर अपराध से सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयासों में सक्रिय सुरक्षा उपायों को अपनाना और क्षमता निर्माण पर जोर देना शामिल है। डिजिटल स्वच्छता, सुरक्षित ब्राउज़िंग पद्धतियां, मजबूत प्रमाणीकरण विधियाँ और नियमित सिस्टम अपडेट अपनाने से खतरे की संभावना काफी हद तक कम की जा सकती है। साइबर जागरूकता और जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देकर, सभी हितधारक मिलकर एक सुरक्षित डिजिटल वातावरण बनाने में योगदान कर सकते हैं, जिससे राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर साइबर अपराध के खिलाफ प्रयासों को बल मिलता है।

इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए CIET-NCERT द्वारा “साइबर अपराध” विषय पर एक पाँच दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम पूरे देश से विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर साइबर अपराध की अवधारणा, अपराध के प्रकार, कानूनी दृष्टिकोण, रिपोर्टिंग और प्रतिक्रिया की व्यवस्थाएँ, तथा रोकथाम और सुरक्षा रणनीतियों पर चर्चा करेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जिम्मेदार डिजिटल व्यवहार को बढ़ावा देना, व्यक्तिगत और संस्थागत तैयारी को मजबूत करना और उभरते साइबर खतरों के प्रति सामूहिक सशक्तता को विकसित करना है।

यह प्रशिक्षण दो संस्करणों में आयोजित किया जाएगा: अंग्रेज़ी संस्करण 30 जून से 4 जुलाई 2025 तक और हिंदी संस्करण 7 जुलाई से 11 जुलाई 2025 तक, प्रतिदिन शाम 4:00 बजे से 5:00 बजे तक। सभी सत्र CIET-NCERT स्टूडियो से NCERT के आधिकारिक यूट्यूब चैनल, पीएम ई-विद्या डीटीएच टीवी चैनल (6 से 12) और जियो टीवी मोबाइल एप्लिकेशन पर लाइव प्रसारित किए जाएंगे। इसके अलावा, प्रत्येक सत्र की रिकॉर्डिंग एक विशेष प्लेलिस्ट में उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि प्रतिभागी सुविधानुसार इनका पुनः अवलोकन कर सकें।

प्रशिक्षण के उद्देश्य:

प्रशिक्षण श्रृंखला पूर्ण होने के उपरांत, प्रतिभागी निम्नलिखित में सक्षम होंगे:

  1. साइबर अपराध की अवधारणा और इसके रुझानों को समझना।
  2. विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों की पहचान करना।
  3. साइबर सुरक्षा से संबंधित कानूनी ढांचे की जानकारी प्राप्त करना।
  4. साइबर घटनाओं की रिपोर्ट करने और उन पर प्रतिक्रिया देने की प्रक्रिया जानना।
  5. ऑनलाइन सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक रोकथाम के उपाय अपनाना।
  6. जिम्मेदार और सुरक्षित डिजिटल व्यवहार को बढ़ावा देना।

कौन भाग ले सकता है?

छात्र, शिक्षक, शिक्षक प्रशिक्षक, अभिभावक, प्रशासक और वे सभी जो उपरोक्त कार्यक्रम में रुचि रखते हैं।

कार्यक्रम अनुसूची:
Page Title
दिन व तिथि सत्र का शीर्षक विशेषज्ञ बैनर लिंक प्रस्तुति लिंक विडियो लिंक
Day 1:
Monday, 07 जुलाई 2025
साइबर अपराध की संकल्पना एवं नवीनतम प्रवृत्तियाँ डॉ. दीपक कुमार, सीनियर टेक्निकल प्रोग्राम मैनेजर, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C), गृह मंत्रालय (MHA), नई दिल्ली Day 1 Presentation_Day 1 Video
Day 2:
Tuesday, 08 जुलाई 2025
साइबर अपराध के प्रकार सुश्री निशा पांडे, प्रोफेशनल इकोसिस्टम एक्सपर्ट, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C), गृह मंत्रालय (MHA), नई दिल्ली Day 2 Presentation_Day 2 Video
Day 3:
wednesday, 09 जुलाई 2025
साइबर अपराध और कानून श्री लविश सेठ, लीगल असिस्टेंट, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C), गृह मंत्रालय (MHA), नई दिल्ली Day 3 Presentation_Day 3 Video
Day 4:
Thursday, 10 जुलाई 2025
रिपोर्टिंग तंत्र और प्रतिक्रिया श्री सद्दाम अंसारी, टेक्निकल असिस्टेंट, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C), गृह मंत्रालय (MHA), नई दिल्ली Day 4 Presentation_Day 4 Video
Day 5:
Friday, 11 जुलाई 2025
साइबर अपराध से सुरक्षा श्री लविश यादव, शोधकर्ता, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C), गृह मंत्रालय (MHA), नई दिल्ली Day 5 Presentation_Day 5 Video

आयोजक समूह:

कार्यक्रम सलाहकार:

प्रो. इंदु कुमार, विभागाध्यक्ष - डीआईसीटी, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली।


कार्यक्रम समन्वयक एवं पाठ्यक्रम समन्वयक :

डॉ. एंजल रत्नाबाई, एसोसिएट प्रोफेसर, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली।


तकनीकी समन्वयक:

श्री गुरजीत सिंह, सीनियर रिसर्च एसोसिएट, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली।



कैसे भाग लें?

चरण 1 : पंजीकरण:
प्रतिभागियों को निम्नलिखित लिंक या क्यूआर कोड का उपयोग करके पंजीकरण करना होगा - https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSdCBScP5VdaD86M2CXaE32PwR5yuw2weRxbmi0DYHYwbSTPEw/viewform?usp=dialog या QR कोड स्कैन करें -

चरण 2 : सीधा प्रसारण सत्र देखें और विषय के बारे में जानें :
प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना होगा, जिसका एनसीईआरटी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल - http://youtube.com/ncertofficial पर सीधा प्रसारण 07 से 11 जुलाई 2025 को शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे (सोमवार से शुक्रवार) तक किया जाएगा। सत्र का सीधा प्रसारण निम्नलिखित चैनलों पर भी किया जाएगा :

  • पीएम ईविद्या चैनल #6-12
  • डीडी फ्री डिश चैनल
  • डिश टीवी चैनल #2027-2033
  • जियो टीवी मोबाइल ऐप

यदि आप किन्ही कारणों से लाइव सत्र नहीं देख पाते हैं, तो आप दिए गए प्लेलिस्ट लिंक का उपयोग करके रिकॉर्डिंग देख सकते हैं: https://youtube.com/playlist?list=PLcsj1x9n9h4giEkITLEts9ykR7YdWIf9D&si=1frfo29AdVvJbdjx


चरण 3: ऑनलाइन पाठ्यक्रम में नामांकन करें, सत्रोत्तर गतिविधि में भाग लें और प्रमाण पत्र प्राप्त करें:

यदि आप प्रमाणपत्र प्राप्त करने में रुचि रखते हैं, तो आपको निम्नलिखित कार्य करना होगा:

  • दीक्षा पोर्टल पर लॉन्च होने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम में शामिल हों। पाठ्यक्रम लिंक: https://learning.diksha.gov.in/diksha/course.php?id=764§ion=1725
    यह कोर्स 15 मार्च , 2026 तक खुला रहेगा।
  • प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम में शामिल होना होगा, सभी पांचों वीडियो देखने होंगे।
  • प्रतिभागियों को अंतिम मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। प्रतिभागी तीन बार मूल्यांकन का प्रयास कर सकते हैं। 
  • अंतिम मूल्यांकन में 70% और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र मिलेगा और वे अपने दीक्षा प्रोफ़ाइल पृष्ठ पर ही अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सर्टिफिकेट मिलने में 15-20 दिन का समय लग सकता है।

चरण 4 : अपनी प्रतिक्रिया दें :प्रतिभागियों से अपेक्षा की जाती है कि वे दिए गए लिंक या क्यूआर कोड का उपयोग करके फीडबैक प्रस्तुत करें -
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLScQAtCHKe0t40ozxXF-gDgqBy_5vj837ybVyDnteMg9PKXK_w/viewform?usp=dialog

यह प्रतिक्रिया फॉर्म आपके अनुभवों, आपके सीखने और ऑनलाइन प्रशिक्षण के संबंध में सुझावों को जानने के लिए बनाया गया है। कृपया हमारे साथ अपने अनुभवों और सुझावों को साझा करें। यह हमें वर्चुअल प्रशिक्षण प्रक्रिया में और सुधार करने में मदद करेगा। आपकी प्रतिक्रियाओं की गोपनीयता सुनिश्चित रखी जाएगी।

किसी भी जानकारी के लिए, यहां मेल करें: training.helpdesk@ciet.nic.in या कॉल करें: 8800440559.

© 2025 | Developed by CIET, NCERT | Hosted by NIC