
ऑनलाइन प्रशिक्षण
"शिक्षा में श्रव्य (ऑडियो) की शक्ति"
शैक्षिक नवाचार के व्यापक परिदृश्य में, श्रव्य माध्यम केवल एक उपकरण नहीं, बल्कि जुड़ाव, संज्ञान और रचनात्मकता को सक्षम करने वाला एक सशक्त माध्यम बनकर उभरता है। यह केवल स्क्रीन-आधारित शिक्षण की सीमाओं को पार ही नहीं करता, बल्कि अपनी लय, स्वर और आवाज़ के माध्यम से सीधे मानवीय मस्तिष्क से संवाद करता है। इस प्रशिक्षण की प्रारंभिक सत्र ‘ श्रव्य (ऑडियो) शक्ति’ यह स्पष्ट करेगा कि किस प्रकार बोला गया शब्द जिज्ञासा को जागृत करता है, समझ को गहराता है और भाषाई, सामाजिक तथा बौद्धिक विविधताओं के बीच समावेशी सेतु का निर्माण करता है।
प्रसारण माध्यमों ने दशकों से समतामूलक शिक्षा के मूक प्रहरी की भूमिका निभाई है, विशेषतः दूरस्थ और वंचित क्षेत्रों में। डिजिटल संपर्क के अभाव में भी, रेडियो तरंगों ने ज्ञान, प्रेरणा और आशा को लाखों तक पहुँचाया है। ‘प्रसारण (Broadcast): डिजिटल दूरी को कम करना’ विषयक सत्र यह दर्शाएगा कि पारंपरिक प्रसारण माध्यम, जब आधुनिक शैक्षिक डिज़ाइन के साथ एकीकृत होते हैं, तो वे डिजिटल असमानताओं को दूर कर स्पष्टता और निरंतरता के साथ शैक्षिक सामग्री प्रदान कर सकते हैं।
सामुदायिक भागीदारी के केंद्र में होता है सामुदायिक रेडियो और iRadio जैसे प्लेटफ़ॉर्म का सजीव स्वर, जो जितना बोलता है उतना ही सुनता भी है। ये स्थानीय स्तर पर सक्रिय श्रव्य तंत्र विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम में अपनी आवाज़ सुनने का अवसर देते हैं, जिससे उनकी पहचान, आत्मसत्ता और जुड़ाव की भावना को बल मिलता है। तीसरा सत्र इन सहभागी प्रारूपों की परिवर्तनकारी संभावनाओं पर केंद्रित है, जहाँ हर प्रसारण संवाद बनता है और हर कहानी एक साझी सीख।
व्यक्तिकेंद्रित और अनुकूलनशील शिक्षण के युग में पॉडकास्ट एक नवीन शिक्षण प्रारूप के रूप में उभरा है—जो गतिशील, खंडित और विचारोत्तेजक होता है। पॉडकास्ट कहानियों, विशेषज्ञ अंतर्दृष्टियों और चिंतनशील संवाद के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिसे विद्यार्थी अपनी सुविधा के अनुसार सुन सकते हैं। चौथे सत्र ‘पॉडकास्ट: एक प्रवृत्ति निर्माता (Trendsetter)’ में इस नवाचार को समझाया जाएगा और शिक्षकों को ऐसी आवाज़ें गढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा जो पाठ समाप्त होने के बाद भी श्रोताओं के मन में बनी रहें।
अंतिम सत्र ‘बोले गए शब्द की शक्ति’ में बोले गए शब्द की शक्ति—उसकी अनुगूंज, लयात्मकता और व्यापकता—का विश्लेषण किया जाएगा। यह सत्र दर्शाएगा कि कैसे बोली गई भाषा, यदि उद्देश्य और रचनात्मकता के साथ प्रयुक्त हो, तो वह केवल सूचना संप्रेषण तक सीमित नहीं रहती, बल्कि कल्पना, समावेशिता और मानवीय जुड़ाव को उत्पन्न करने में सक्षम हो जाती है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की दृष्टि के अनुरूप, सीआईईटी-एनसीईआरटी द्वारा आयोजित यह पाँच दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम श्रव्य को एक रूपांतरणकारी शैक्षिक संसाधन के रूप में समझने में सहायता प्रदान करेगा। इसका अंग्रेज़ी संस्करण 19 से 23 मई 2025 तक और हिंदी संस्करण 26 से 30 मई 2025 तक आयोजित किया जाएगा। सभी सत्र प्रतिदिन शाम 4:00 से 5:00 बजे तक आयोजित होंगे।
सभी सत्र एनसीईआरटी के यूट्यूब चैनल पर सीधा प्रसारित किए जाएँगे तथा पीएम ई-विद्या डीटीएच टीवी चैनलों (6 से 12) और जियो टीवी मोबाइल एप पर सह-प्रसारण किया जाएगा। प्रतिभागियों को समर्पित यूट्यूब प्लेलिस्ट के माध्यम से रिकॉर्डेड सत्रों तक भी पहुँच प्राप्त होगी, जिससे वे किसी भी समय शैक्षिक अंतर्दृष्टियों और शैक्षणिक रणनीतियों की पुनरावृत्ति कर सकें।
उद्देश्यः
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद प्रतिभागी:
- डिजिटल जोखिमों और सुरक्षा उपायों को समझना।
- ऑनलाइन व्यवहार से जुड़ी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का समाधान करना।
- डिजिटल उपकरणों के उपयोग में स्वस्थ शारीरिक अभ्यासों को बढ़ावा देना।
- वर्चुअल परिवेश में नैतिक आचरण को प्रोत्साहित करना।
- साइबर सुरक्षा से संबंधित कानूनी संरक्षणों की जानकारी प्राप्त करना।
- जिम्मेदार और सूचित डिजिटल नागरिकता का निर्माण करना।
कार्यक्रम अनुसूची:
दिन व तिथि | सत्र का शीर्षक | विशेषज्ञ | बैनर लिंक | प्रस्तुति लिंक | विडियो लिंक |
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दिन - 1: सोमवार 26 मई 2025 |
श्रव्य (ऑडियो) शक्ति: नीतिगत परिप्रेक्ष्य, आवश्यकता और क्षेत्र | श्रीमती शर्ली जेकब, सलाहकार, वैश्विक संपर्क विभाग, प्रसार भारती, नई दिल्ली | Day 1 | Presentation_Day 1 | Video |
दिन - 2: मंगलवार 27 मई 2025 |
प्रसारण (Broadcast): डिजिटल दूरी को कम करना | डॉ. दीपेंद्र कुमार मजूमदार, फैकल्टी, राष्ट्रीय प्रसारण एवं मल्टीमीडिया अकादमी, किंग्सवे, दिल्ली | Day 2 | Presentation_Day 2 | Video |
दिन - 3: बुधवार 28 मई 2025 |
सामुदायिक रेडियो और iRadio |
श्री आशीष तिवारी, संपादक, NYOOOZ.COM एवं सचिव, मीडिया4कम्युनिटी फाउंडेशन, नोएडा, उत्तर प्रदेश |
Day 3 | Presentation_Day 3 | Video |
दिन - 4: गुरूवार 29 मई 2025 |
पॉडकास्ट: एक प्रवृत्ति निर्माता (Trendsetter) | श्री परवीन कुमार, निदेशक, अंग्रेजी भाषा और संचार, अमेरिकन प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, ताशकंद, उज़्बेकिस्तान | Day 4 | Presentation_Day 4 | Video |
दिन - 5: शुक्रवार 30 मई 2025 |
सोनिक स्क्रॉल (Sonic Scrolls): बोले गए शब्द की शक्ति | डॉ. अमित रंजन, सहायक प्रोफेसर, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान, एनसीईआरटी, नई दिल्ली | Day 5 | Presentation_Day 5 | Video |
आयोजक समूह: कार्यक्रम सलाहकार: प्रो. इंदु कुमार, विभाग प्रमुख-डीआईसीटी, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। कार्यक्रम समन्वयक एवं पाठ्यक्रम समन्वयक : डॉ. एंजल रत्नाबाई, एसोसिएट प्रोफेसर, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। तकनीकी समन्वयक: श्री गुरजीत सिंह, जूनियर प्रोजेक्ट फेलो, केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईईटी), एनसीईआरटी, नई दिल्ली। |
कैसे भाग लें?
चरण 1 : पंजीकरण:
प्रतिभागियों को निम्नलिखित लिंक या क्यूआर कोड का उपयोग करके पंजीकरण करना होगा - https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSdqeVu230v-L2GNonz8gdUUiENHTQKwiMhQXo2mvxJHN6QhjA/viewform?usp=dialog या QR कोड स्कैन करें -
चरण 2 : सीधा प्रसारण सत्र देखें और विषय के बारे में जानें :
प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सत्र में भाग लेना होगा, जिसका एनसीईआरटी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल - http://youtube.com/ncertofficial पर सीधा प्रसारण 12 से 16 मई 2025 को शाम 4.00 बजे से 5.00 बजे (सोमवार से शुक्रवार) तक किया जाएगा। सत्र का सीधा प्रसारण निम्नलिखित चैनलों पर भी किया जाएगा :
- पीएम ईविद्या चैनल #6-12
- डीडी फ्री डिश चैनल
- डिश टीवी चैनल #2027-2033
- Jio टीवी मोबाइल ऐप
यदि आप किन्ही कारणों से लाइव सत्र नहीं देख पाते हैं, तो आप दिए गए प्लेलिस्ट लिंक का उपयोग करके रिकॉर्डिंग देख सकते हैं: https://youtube.com/playlist?list=PLcsj1x9n9h4g6Z-uA56VpFmSPo3DT6F5o&si=mR0I-vTUdwx4KZ0h
चरण 3: ऑनलाइन पाठ्यक्रम में नामांकन करें, सत्रोत्तर गतिविधि में भाग लें और प्रमाण पत्र प्राप्त करें:
यदि आप प्रमाणपत्र प्राप्त करने में रुचि रखते हैं, तो आपको निम्नलिखित कार्य करना होगा:
- दीक्षा पोर्टल पर लॉन्च होने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम में शामिल हों। पाठ्यक्रम लिंक: https://learning.diksha.gov.in/diksha/course.php?id=704§ion=1619। यह कोर्स 15 मार्च , 2026 तक खुला रहेगा।
- प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम में शामिल होना होगा, सभी पांचों वीडियो देखने होंगे।
- प्रतिभागियों को अंतिम मूल्यांकन करने की आवश्यकता है। प्रतिभागी तीन बार मूल्यांकन का प्रयास कर सकते हैं।
- अंतिम मूल्यांकन में 70% और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को एक प्रमाण पत्र मिलेगा और वे अपने दीक्षा प्रोफ़ाइल पृष्ठ पर ही अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सर्टिफिकेट मिलने में 15-20 दिन का समय लग सकता है।
चरण 4 : अपनी प्रतिक्रिया दें :प्रतिभागियों से अपेक्षा की जाती है कि वे दिए गए लिंक या क्यूआर कोड का उपयोग करके फीडबैक प्रस्तुत करें -
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSf4fk9-UAWTB7p5f7Qaq7lFxiLpmAEkbGx58IfIY4JTjyV1cw/viewform?usp=dialog
यह प्रतिक्रिया फॉर्म आपके अनुभवों, आपके सीखने और ऑनलाइन प्रशिक्षण के संबंध में सुझावों को जानने के लिए बनाया गया है। कृपया हमारे साथ अपने अनुभवों और सुझावों को साझा करें। यह हमें वर्चुअल प्रशिक्षण प्रक्रिया में और सुधार करने में मदद करेगा। आपकी प्रतिक्रियाओं की गोपनीयता सुनिश्चित रखी जाएगी।
किसी भी जानकारी के लिए, यहां मेल करें: training.helpdesk@ciet.nic.in या कॉल करें: 8800440559.